Daagh Dehlvi 

आप पछताएँ नहीं जौर से तौबा न करें आप के सर की क़सम 'दाग़' का हाल अच्छा है

Daagh Dehlvi 

आशिक़ी से मिलेगा ऐ ज़ाहिद बंदगी से ख़ुदा नहीं मिलता

Daagh Dehlvi 

अब तो बीमार-ए-मोहब्बत तेरे क़ाबिल-ए-ग़ौर हुए जाते हैं

Daagh Dehlvi 

अभी आई भी नहीं कूचा-ए-दिलबर से सदा खिल गई आज मेरे दिल की कली आप ही आप

Daagh Dehlvi 

अदम की जो हक़ीक़त है वो पूछो अहल-ए-हस्ती से मुसाफ़िर को तो मंज़िल का पता मंज़िल से मिलता है

Daagh Dehlvi 

अदम की जो हक़ीक़त है वो पूछो अहल-ए-हस्ती से मुसाफ़िर को तो मंज़िल का पता मंज़िल से मिलता है

Daagh Dehlvi 

इस वहम में वो 'दाग़' को मरने नहीं देते माशूक़ न मिल जाए कहीं ज़ेर-ए-ज़मीं और

Daagh Dehlvi 

उड़ गई यूँ वफ़ा ज़माने से कभी गोया किसी में थी ही नहीं

Daagh Dehlvi 

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