तुम्हारे बिन जिंदा नहीं रह सकेंगे गुजारिश है जब भी छोड़ना जिंदा मत छोड़ना

वो रिश्ता कभी नहीं टूट सकता  जिसमें निभाने की चाहत दोनों तरफ से हो

दूसरों को रुला कर जिंदगी के मजे लेने वालों सब्र रखों जिंदगी एक दिन तुम्हारें भी मज़े लेगी

बेपरवाह हो जाते हैं वो लोग अक्सर जिन्हें कोई बहुत प्यार करता है

इज्जत तो सबको चाहिये लेकिन लोग वापस देना भूल जाते है..

तुझे मोहब्बत कहाँ थी बस दिल्लगी थी वरना मेरा पल भर का बिछड़ना भी तेरे लिए कयामत होता..

नहीं आता दर्द का दिखावा करना हमें बस चुपचाप रोते हैं और सो जाते हैं पता नहीं हमारी किस्मत बुरी है या हम

गलती चाहे किसी की भी हो झुकता हमेशा वही है जिसे रिश्ते की क़दर और उसे निभाने की फिक्र हो.

मसला तो सिर्फ अहसासों का है जनाब, रिश्ते तो बिना मिले भी सदियां गुज़ार देते है