जो गुरुर और रुतबा कल था, वो आज भी हे और आगे भी रहेगा
मेरा Attitude कोई Calendar नही जो हर साल बदल जायेगा
जो गुरुर और रुतबा कल था, वो आज भी हे और आगे भी रहेगा मेरा Attitude कोई Calendar नही जो हर साल बदल जायेगा
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना,
पहले भी कई तूफानों का रुख मोड़ चुका हु.
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना,
पहले भी कई तूफानों का रुख मोड़ चुका हु.
हम तो दिल के बादशाह है,
जो सुनते भी दिल की है और करते भी दिल की है
हम तो दिल के बादशाह है,
जो सुनते भी दिल की है और करते भी दिल की है
हमसे जलने वाले भी कमाल के होते हैं,
महफिले तो खुद की होती हैं पर चर्चे हमारे होते हैं
हमसे जलने वाले भी कमाल के होते हैं, महफिले तो खुद की होती हैं पर चर्चे हमारे होते हैं
ना मेरा कोई खास है ना मेरे लिए कोई आम है
जो मुस्कुरा दे मुझे देख कर उसे मेरा सलाम है
ना मेरा कोई खास है ना मेरे लिए कोई आम है
जो मुस्कुरा दे मुझे देख कर उसे मेरा सलाम है
जो हमे समझ ही नहीं सका,
उसे हक है हमें बुरा समझने का
जो हमे समझ ही नहीं सका,
उसे हक है हमें बुरा समझने का
दुश्मन कितना भी खतरनाक क्यों ना हो
अपनी एक झलक काफी है देहेसात के लिए
दुश्मन कितना भी खतरनाक क्यों ना हो
अपनी एक झलक काफी है देहेसात के लिए
ये फ़िज़ूल की धमकियाँ हमें ना दे बेटा,
क्योंकि कुत्तों के लश्कर से शेर कभी डरा नहीं करते
ये फ़िज़ूल की धमकियाँ हमें ना दे बेटा,
क्योंकि कुत्तों के लश्कर से शेर कभी डरा नहीं करते
वाक़िफ़ कहाँ दुश्मन😈
अब हमारी🤟 उड़ान से,
वो कोई और थे
जो हार गए तूफान🔥 से
वाक़िफ़ कहाँ दुश्मन😈
अब हमारी🤟 उड़ान से,
वो कोई और थे
जो हार गए तूफान🔥 से
सही वक्त पर करवा देंगे हदों का एहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं
सही वक्त पर करवा देंगे हदों का एहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं
हमारी अफवाह के धुए वही से उठते है,
जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है!
हमारी अफवाह के धुए वही से उठते है,
जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है!
Attitude जो कल था वो आज है,
जिंदगी ऐसे जियों जैसे बाप का राज है.
Attitude जो कल था वो आज है,
जिंदगी ऐसे जियों जैसे बाप का राज है.
अगर मैं औकात देखकर दोस्ती करता
तो तुम मेरे आस पास भी नहीं होते
अगर मैं औकात देखकर दोस्ती करता
तो तुम मेरे आस पास भी नहीं होते
चाहे दुश्मन हो कितना भी पापी ,
उसके लिए हम अकेले ही काफी
चाहे दुश्मन हो कितना भी पापी ,
उसके लिए हम अकेले ही काफी
मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में,
वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में
मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में,
वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में