बड़ी लम्बी गुफ्तगू करनी है
तुम आना एक पूरी ज़िन्दगी लेकर
तुम्हें अपना कहने की तमन्ना है
दिल में लबों तक आते आते गैर हो गए
लफ़्ज़ थोड़े है ना मेरे पास बड़ी महँगी चीज़ है
बहुत ज्यादा खर्च नहीं करता.
कुछ तो खास है जो तुझे मुझसे जोड़े रखता है
वरना इतना माफ़ तो मैंने खुद को भी नहीं किया
कुछ लोग ज़ाहिर नहीं करते
लेकिन परवाह बहुत करते हैं
इन्तज़ार तुम्हारा हमेशा रहेगा
बस अब आवाज़ नहीं देंगे
बहुत करीब से देखा है
तुम्हें दूर होते हुए
मोहब्बत तो सिर्फ मुझे हुई थी,
उसे तो तरस आया था मुझ पर.
कुछ लोग ज़िन्दगी होते है
पर ज़िन्दगी में नहीं होते
इतना कुछ हो रहा है दुनिया में,
क्या तुम मेरे नही हो सकते
कुछ अधूरापन था, जो पूरा हुआ ही नहीं,
कोई था मेरा, जो कभी मेरा हुआ ही नहीं..
छोड़ दिया उसका इन्तज़ार करना हमेशा के लिए
जब रात गुज़र सकती है तो ज़िन्दगी भी गुजर जाएगी
बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद..
मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद….
बहुत बेबस हो जाता उस वक्त इंसान जब वो
किसी को खो भी नहीं सकता और उसका कभी हो भी नहीं सकता
फरेबी भी हॅू, जिद्दी भी हॅू, और पत्थर दिल भी हूँ…
इंसानियत खो दी है मैंने, वफा करते करते…
जो लोग बदलने लगें,
उन्हें बदल देना ही ठीक है
इश्क़ था इसलिए सिर्फ तुझसे किया,
फरेब होता तो सबसे किया होता..