You are currently viewing Gulzar sad shayari in Hindi गुलज़ार की शायरियां  हिंदी में

Gulzar sad shayari in Hindi गुलज़ार की शायरियां हिंदी में

GULZAR SAHAB KI HINDI SAD SHAYARI

बर्बाद करने के और भी कई तरीके थे

तुमने तो ज़िन्दगी में आकर 

ज़िन्दगी बनके ज़िन्दगी से ज़िन्दगी ही ले ली

 

gulzar sad shayari
Gulzar Sad Shayari

 

“तेरी तो फितरत थी 

सब से मोहब्बत करने की 

हमने बेबजह ही 

खुद को खुशनसीब समझा “

 

gulzar shayari ,gulzar shayari in hindi ,gulzar ki shayari ,gulzar shayari on life ,gulzar love shayari ,gulzar dil se shayari ,gulzar sad shayari ,gulzar shayari in hindi on life ,gulzar sahab ki shayari ,gulzar romantic shayari ,love shayari by gulzar
Gulzar Sad Shayari

 

“अच्छा हुआ जो मालूम हो गया,

हम उनके दिल में नहीं  है,

वरना हम तो घर भी छोड़ रहे थे,

उनके दिल में रहने के लिए “

gulzar shayari, hindi shayari, guzar sad shayari
gulzar shayari

 

“काश कोई मिल जायें हमें भी आईने की तरह,

जो हँसे भी साथ साथ,

और रोये भी साथ साथ”

Gulzar-shayari
gulzar shayari

 

“सोचा था की तुमसे बात किये बगौर,

एक शाम तक न गुज़ारेंगे,

पर हाल ये है की तेरी आव़ाज सुने ज़माना हो गया “

gulzar shayari, gulzar sad shayari
gulzar shayari

 

“नाराज तो नही थे तेरे जानें से मग़र,

हैरान इस बात से थे की तुमने,

 मुड़ कर तक नहीं देखा “

gulzar shayari, gulzar sad shayari, gulzar love shayari
Gulzar Shayari

 

“तुम्हारे दिल में क्या है ये तुम जानो,

हम तो बस इतना जानते है कि तुम ही दुनिया हो मेरी,

 उजाड़ दे या बसा दे हस्ती मेरी,

गर हो जाए इनायत रहमत तेरी”

 

  “दियों कों समेट कर तमिज़ से लोग रखते हैं “

अक्सर,

वो जो अंधेरों में उजाला देता है,

पर अपनें और अपनें की,

ज़िन्देगी समेटना लोग कभी सीखे नहीं है”

 

 ” मोहब्बत जिन्दगी के करीब ले आई है,

और इस ज़िन्दगी में बस तू ही तू समाई है,

तेरे बिना खुशियों का चिराग जलता नहीं,

शहर की रोशनी से ये दिल बहलता नहीं”

 

  “रात तो साथ रोती थी,

आंखें यह कहां सोती थी,

 चांद खुद को कमजोर पाता था,

 जब मेरी सिसकियां सुनके जाता था,

तू तो पता नहीं कब आएगा,

सबसे पहले चांद मेरा अमावस्या में मिल जाएगा”

 

  ” मत किया करो यारो ज्यादा फ़िक्र और,

चिंता किसी को कभी अपना मान कर,

लोग कुछ ही दिनों में तुमसे तुम्हारा हक पूछ बैठेंगे,

की किस हक से हक जताते हो”

 

“क्या लिखूं तुझ पर कुछ लफ्ज़ नहीं है,

दूरी का ऐहसास लिखूं या, 

बेपनाह मोहब्बत की बात लिखूं”

 

“अकेले आये थे और अकेले ही चले जायेंगे,

 हा कुछ झुठे लोग मिले थे दुनिया मे,

 जो कह रहे थे,

मरते दम तक साथ निभाएंगे”

 

“सजा ये कैसी मिली दिल लगाने की,

रो रहे हैं मगर तमन्ना थी मुस्कराने की,

अपना दर्द किसे दिखाऊं ऐ दिल,

दर्द भी उसी ने दिया जो वजह थी मुस्कराने की”

 

“हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे;

वो भी पल पल हमें आजमाते रहे;

जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया;

हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे”

 

“वफ़ा कितनी भी करो दिल को छू के ना जाए तो कुछ मतलब नहीं ,

किसी का दिल जीतने के लिए आसमान भी कम नहीं ,

दो ही वजह से जीता जाता हैं किसी अपने का दिल ,

एक हैं प्यार ओर दूजा है विश्वास “

 

 ” साथ किसी का मिल जाए तो 

जीने का मजा आ जाये,

तन्हा ना रहे कोई,

हर शख्स  साथ पा जाये,

सुकुन मीले उसे जो तलाशे हैं सुकुन,

 मुझे तो बस उसकी एक जलक मिल जाए “

 

“तुमने तो कहा था हर शाम हाल पूछेंगे तुम्हरा

तुम बदल गये हो या

तुम्हारे शहर में शाम नही होती “

 

GULZAR SAHAB KI HINDI SAD SHAYARI
GULZAR SAHAB KI HINDI SAD SHAYARI

बहुत छाले हैं उसके पैरों में

कमबख्त उसूलो पर चल होगा

 

gulzar shayari in hindi
Gulzar Shayari

 

फासलो

का अहसास

तब हुआ जब मैंने कहा.. ठीक हूँ और उसने..

मान लिया”

Gulzar shayari
Gulzar shayari

 

थोड़ा सा रफू करके देखिए ना

फिर से नई सी लगेगी

जिंदगी ही तो है”

gulzar sad shayari, gulzar hindi shayari, gulzar shayari, gulzar shayari in hindi
Gulzar Sad Shayari

तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,

रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं

gulzar shayari ,gulzar shayari in hindi ,gulzar ki shayari ,gulzar shayari on life ,gulzar love shayari ,gulzar dil se shayari ,gulzar sad shayari ,gulzar shayari in hindi on life ,gulzar sahab ki shayari ,gulzar romantic shayari ,love shayari by gulzar ,gulzar shayari in urdu
gulzar shayari in Hindi

 

कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते

एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें

gulzar shayari ,gulzar shayari in hindi ,gulzar ki shayari ,gulzar shayari on life ,gulzar love shayari ,gulzar dil se shayari ,gulzar sad shayari ,gulzar shayari in hindi on life ,gulzar sahab ki shayari ,gulzar romantic shayari ,love shayari by gulzar ,gulzar shayari in urdu
Gulzar sad shayari

गुलज़ार साहब की प्रसिद्ध Hindi शायरी

“वास्ता नहीं रखना तो नज़र क्यूँ रखते हो

किस हाल में जिंदा हूँ खबर क्यूँ रखते हो”

 

gulzar sad shayari, gulzar sad quotes

 

कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती

जब तक ख़ुद पर ना गुजरे

 

gulzar shayari ,gulzar shayari in hindi ,gulzar ki shayari ,gulzar shayari on life ,gulzar love shayari ,gulzar dil se shayari ,gulzar sad shayari ,gulzar shayari in hindi on life ,gulzar sahab ki shayari ,gulzar romantic shayari ,love shayari by gulzar ,gulzar shayari in urdu
Gulzar Sad Shayari

 

कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए,

भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं

gulzar
Gulzar

 

अच्छी किताबें और अच्छे लोग

तुरंत समझ में नहीं आते हैं,

उन्हें पढना पड़ता हैं

Gulzar Shayari
Gulzar Shayari

 

“मोहब्बत ज़िन्दगी बदल देती है,

मिल जाये जब भी और ना

मिले तब भी”

Gulzar Shayari
Gulzar Shayari

 

 

Leave a Reply