Bewafa Shayari In Hindi:-इस प्रकार की शायरी कवि तब कहता है जब कोई प्रेमी किसी प्रेमिका को धोखा देता है या जब कोई प्रेमिका किसी प्रेमी को धोखा देता है। जब हमे किसी प्यार में धोखा मिलता है या फिर कोई हमरा दिल तोड़ देता है , ये शायरी उन लोगो के लिए है जिन्हे प्यार में धोखा मिला है या फिर किसी ने उसके साथ बेवफाई की हो , में यहाँ पर कुछ शायरी शेयर कर रहा हूँ जिसे आप अपने स्टेटस पर लगा सकते हो , में यहाँ पर “Facebook Status Shayari, Whatsapp Status Shayari “ शायरी शेयर कर रहा हूँ। इसके अलवा साथ ही “Best Sad Bewafa Shayari In Hindi, sad Shayari, love Shayari, Hindi Shayari” भी शेयर कर रहा हूँ।
“खैरियत नहीं पूछता हैमगर खबर रखता हैमैंने सुना है वो मुझ पे नज़र रखता है“
” ये मोहब्बत के हादसे अक्सर
दिलों को तोड़ देते हैं !
तुम मंजिल की बात करते हो
लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं “
“मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा
जिन्हें दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफ़ादेखा “

“मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखाजिन्हें दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफ़ा देखा“
“ज़रा देखो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी हैअगर इश्क हो तो कहना यहाँ दिल नही रहता “
“कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिएहम तो बादल है प्यार के किसी और बरस जायेगे “

“क्या खूब खा है किसी ने दिल किताब से लगाना दोस्तोंअगर बेवफ़ा भी हुई तो कविल बना कर छोड़ेगी “
“जरूरी नहीं की हर रिश्ताबेवफाई के साथ ही खत्म होकुछ रिश्तें किसी कीख़शी के लिए भी तोड़ने पड़ते हैं”
“मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों नेकिसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने”
“हमे न बताये मोहब्बत में तहज़ीबएक उम्र गुज़र दी बिना मुलकातो के उनसे “
“शिकायते और भी करनी थी तुमसे
मगर गैर कह कर खामोश कर दिया”
“तुझे दिल में गलत रखा था औरशायद मुझे ये मज़ा भी चखना थागलतिया सभी करते है मुझसे बड़ी बड़ीतुझे तेरी औकात में रखना था”
“हरगिज़ गलत निगाह से देखा न कर मुझेमें तेरे हो चूका हु परखा न कर मुझेतन्हाइयो में बैठ कर तन्हा न कर मुझेमें घुट के मर न जाऊ ऐसा न कर मुझे”
” सुना है जिसके लिए मुझसे अलग हुआ थातू तो उसका भी नही हुआ”

“है वो बेवफ़ा तो क्या हुआ
मत खो बुरा उसको
जो हुआ सो हुआ
खुश रखे खुदा उसको “
खुदा ने पूछा क्या सजा दूँ उस बेवफा को,
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी,
और कोई छोड़ के चले जाये उसे भी !
दिल में आने का तो रास्ता होता है पर,
जाने का नही इस लिए जब भी कोई इंसान जाता है,
दिल तोड़ कर ही जाता है !
तुम क्या जानो बेवफाई की हद ये दोस्त,
वो हमसे इश्क सीखता रहा किसी और के लिए !
हमको दिल से भी निकाला गया, फिर शहर से भी,
हमको पत्थर से भी मारा गया, और जहर से भी !
तेरी बेवफाई का गम तो नहीं,
मगर तू बेवफा है दुःख ये भी कम नहीं !
हम इश्क़ में वफ़ा करते करते बेहाल हो गए,
और वो बेवफाई करके भी खुशहाल हो गए।
जब आपको बिना गलती के सजा मिले,
तो उसे Bewafai कहा जाता है।
मोहब्बत में ऐसा क्यों होता है,
बेवफाई में वो रोते हैं और वफ़ा में हम रोए हैं।
सब कुछ होते हुए भी इस दिल का दर्द नहीं जाता,
क्यूंकि किस्मत ने हमें Bewafai बना दिया।
दुनिया वालों का भी अजीब दस्तूर है बेवफाई मेहबूब से मिलती है ,
और बेवफा मोहब्बत बन जाती है।
जिससे हमने Bewafai पायी,
वो हमसे वफ़ा की उम्मीद करते हैं,
दिल पर जख़्म देके, निशान शरीर पर ढूंढ़ते हैं।
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी।
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम,
होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम।
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,
हर कोई मकसद का तलबगार मिला।
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई,
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी।
सीख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे,
जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा।
मुझे बेवफाई नहीं चाइये थी,
मुझे धोका नहीं चाइये था,
मुझे तो बस थोड़ा सा प्यार चाइये था!!
एक दौर था वो हर वक़्त मेरी फ़िक्र करने वाली ,
हर समय मेरे बारे मैं सोचने वाली कहाँ चली गई,
वफ़ा करने वाली, bewafai करके चली गयी !
अभी पास है तो ठोकर मारकर bewafa बना देते हो,
जब दूर हो जाएंगे, तो प्यार जाताओगे!
कितनी भी Care कर लो,
Bewafai करने वाले बेवफा बन ही जाए हैं !
तुम नहीं मिले तो क्या हुआ,
सबक तो मिल गया !
जहाँ से जी ना लगे तुम वहीं बिछड़ जाना,
मगर खुदा के लिए बेवफाई ना करना !
बेवफा तो वो खुद हैं,
पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं,
पहले नाम था मेरा उनके लबों पर,
अब वो नाम किसी और का लेते हैं !
मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने,
किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने !
यह ठीक है, आपको अपना वफा नहीं मिला,
मैं प्रार्थना करूंगा कि आपको कोई बेवफा न मिले।
दिल मारने वाले आंखों से रोते नहीं हैं,
जो अपने नहीं बने हैं वो किसी के नहीं बने हैं,
वक्त हमेशा हमें सिखाता है कि सपने टूटे हैं
लेकिन पूरे नहीं होते
जब मैंने शायरी की दुनिया में कदम रखा तो.पता चला,
दुख की महफिल में भी वाह।
वाह।। यह बोला जा रहा है
करके वादा मुकर गया आखिर,
तू भी दिल से उतर गया आखिर
अपने गुरूर को आजमाने की जिद थी.
वरना हमें मालूम था की तुम बेवफा हो जाओगे.
ज़िन्दगी छीन ली गई मुझसे
आप कहते हैं कोई बात नहीं
भूलना था तो ये इकरार किया ही क्यों था,
बेवफा तुने मुझे प्यार किया ही क्यों था.
फूल के साथ कांटे भी नसीब होता है.
ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है.
मज़बूरी ही ले डूबती है हर आशिक़ को,
वार्ना ख़ुशी से बेवफा कौन होता है.
उसको फ़ुर्सत ही नहीं दुनियां से
वो जो एक सख्स मेरी दुनियां है.
ये जो मोहब्बत में तीसरा होता है
मुझे उस तीसरे से नफरत है.
कुछ टूटने की खबर आंसू है,
हमारे जीवन का अखबार आँसू है।
घटनाएं सभी हल्की हैं,
फिर भी भारी आँसू निकल रहे हैं
हर भूल तेरी माफ़ की
तेरी हर खता को भुला दिया,
गम है कि मेरे प्यार का
तूने बेवफाई सिला दिया।
जिन्दगी में प्यार का पौधा लगाने से पहले,
जमीन परख लेना क्योंकि, हर मिट्टी
की फितरत में, वफ़ा नहीं होती.
मुर्शिद क्या सुनाएँ हाल ए दिल अपना,
खुद को खुद से बर्बाद किया है
तेरी बेवफाई का ग़म नहीं,
मगर तू बेवफा है ये दुःख भी कम नहीं.
जिनसे थे मेरे नैन मिले,
बन गए थे ज़िन्दगी के सिलसिले ।
इतना प्यार करने के बाद भी,
सनम मेरे बेवफा निकले।
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा,
मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला.
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरतीब से एक सख्स ने तबाह किया मुझे
भुला दूंगा तुम्हे भी थोड़ा सबर रखना
तुम्हारी तरह बेवफा होने में थोडा वक्त लगेगा
मुझसे बिछड़ कर भी वो लड़की कितनी ख़ुश ख़ुश रहती है
उस लड़की ने मुझसे बिछड़ कर मर जाने की ठानी थी
मैं तेरे बाद कोई तेरे जैसा ढूँढता हूँ
जो बेवफ़ाई करे और बेवफ़ा न लगे
जहाँ से जी न लगे तुम वहीं बिछड़ जाना
मगर ख़ुदा के लिए बेवफ़ाई न करना
हम से क्या हो सका मोहब्बत में
ख़ैर तुम ने तो बेवफ़ाई की
इक अजब हाल है कि अब उस को
याद करना भी बेवफ़ाई है
इंसान अपने आप में मजबूर है बहुत
कोई नहीं है बेवफ़ा अफ़्सोस मत करो
सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा
इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी
यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता
आँखों की नींद दोनों तरह से हराम है
उस बेवफ़ा को याद करें या भुलाएँ हम
मोहब्बतें पनाह मांगती हैं,
लोग इस क़दर बेवफा हैं आजकल.
आप बेवफा होंगे सोचा ही नहीं था,
आप भी कभी खफा होंगे सोचा नहीं था,
जो गीत लिखे थे कभी प्यार में तेरे,
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था।
मैंने अपनी ज़िन्दगी के रस्ते बदल दिए हैं अब जो हमारे साथ खड़े हैं, वही हमारे साथ चलेंगे !
अपने जुल्म और सितम का हिसाब क्या दोगे,
जब खुद बेवफा हो उसका जवाब क्या दोगे !
काम आ सकीं न अपनी वफ़ाएँ तो क्या करें
उस बेवफ़ा को भूल न जाएँ तो क्या करें
ये दुक्ख अलग है कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ
ये ग़म जुदा है वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है
हमको दिल से भी निकाला गया, फिर शहर से भी
हमको पत्थर से भी मारा गया, फिर ज़हर से भी
उसके चाहने वालों का आज उसकी गली में धरना है
यहीं पे रुक जाओ तो ठीक है आगे जाके मरना है
रूह किसी को सौंप आये हो तो ये जिस्म भी ले जाओ
वैसे भी मैंने इस खाली बोतल का क्या करना है
आँख से आँसू दिल से दर्द उमड़ आने पर हैरत क्या
मुझे पता था उसने हर बर्तन का नूतन भरना है
सोचा था कि वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा
पर वक्त ने ऐसी करवट बदली
जो ठीक था उसे भी बिगाड़ दिया..!!
मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई
जबसे तु मुझसे बिछड़ गई..!!
मोहब्बत ना सही प्यार तो किया करो
साथ नहीं दे सकते तो
कम से कम बात तो किया करो..!!
एक दिन मैं अपनी तरफ से आखरी कोशिश करूंगा
फिर उसके बाद मैं तुझे पलटकर भी नहीं देखूंगा..!!
मैं अब खुद को इस कदर बिगाड़ दूंगा
अगर किसी का होना भी चाहूं
तो कोई अपनाएगा नहीं..!!
किसी का साथ छोड़ने से पहले
एक बार जरूर सोचना कि उसके साथ
अब तक क्यों थे..!!
सारी जिंदगी थक गए हम
उससे वफा निभाते-निभाते
वो शख्स बेवफा था बेवफा ही रहा..!!
वो कहता है अब मैं खूबसूरत नहीं रही
जिसे मेरी सादगी से भी
कभी इश्क हुआ था..!!
मत कीजिए मुझ पर यकीन
अब मुझे भी भरोसा नहीं रहा खुद पर..!!
बिल्कुल नहीं बन रही जिंदगी से मेरी
बिन बताए चला जाऊं तो माफ कर देना..!!
जाओ तुम्हें मैंने इस दिल से आजाद कर दिया
2023 की तरह मैं भी
अब कभी लौटकर नहीं आऊंगा..!!
प्यार में जो तूने मुझे बेवफाई की सजा दी…
मेरी वफाओं का कुसूर क्या था
इतना तो बता दिया होता…
मोहब्बत में अक्सर ऐसा ही होता है
बेवफाई करने वाले हंसते हैं..
और वफा करने वाले रोते हैं…
वफा करके भी हालातों ने हमें
बेवफ़ा बना दिया है…
सच्चा प्यार करके भी हमें
रुसवा कर दिया है…
बड़ा अजीब दस्तूर है इस दुनिया का
बेवफाई दिलबर करता है लेकिन…
बदनाम सरेआम मोहब्बत होती है…
बड़ी सादगी से वो
बेवफाई करके निकल गए!!..
हम वफाएं करके भी
बस तंहा यूं ही रह गए!!…
तुझे भूल कर कहीं
मैं मर ना जाऊं…
इस तरह के कुछ वादे थे
उस बेवफा के…
वफा के नाम पर
बेवफाई दे जाते हैं!!..
कुछ लोग प्यार में
सिर्फ बदनामी दे जाते हैं!!..
अगर दिल तोड़ने वालों की
कहीं लिस्ट बन रही होती!!..
मेरी महबूबा उस लिस्ट में
पहले नंबर पर होती!!…